मंगीलाल - यार मुझे यकीन नहीं हो रहा है कि ,
तूने मुझे अपने घर बुलाकर इतनी बढ़िया दावत दी
चंगीलाल - ये तो मेरा फर्ज था दोस्त..
मंगीलाल - मुझे एक चीज समझ नहीं आई
यह तेरा कुत्ता मुझे देख के भौंक क्यों रहा है ?
चंगीलाल - लगता है इसने अपनी प्लेट पहचान ली है...
इससे पहले ये काटे जल्दी से खिसक ले.........।
😂😂😂😂😂